tag:blogger.com,1999:blog-1711178033902058955.post710277133983879798..comments2023-06-01T14:07:44.300+05:30Comments on मस्तराम की आवारा डायरी: चलता रहेगा शब्दों का मेला-हिंदी शायरीUnknownnoreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1711178033902058955.post-23504343930389569282008-03-09T22:11:00.000+05:302008-03-09T22:11:00.000+05:30साधु साधु....उत्तम विचार...यह मेला यूँ ही अनवरत चल...साधु साधु....उत्तम विचार...यह मेला यूँ ही अनवरत चलेगा..बस, ठान लो कि साथ चलना है. मैं तो मिलता ही रहूँगा. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com